I love to write and read poems and shayari since my childhood.
शायर की जुबान शायरी होती है और कविता से कवि की पहचान हमारा तो हाल कुछ ऐसा है कि बताया नहीं जाता किसी को क्या कहे और क्या ना कहे बिना कहे किसी को हमारा दिल-ए-हाल समझ क्यों नहीं आता