बदलाव वही पर है मुमकिन जहाँ इंसानियत का एहसास है। जीत क्यों न ले हर मंजिल जब सच की ताकत हमारे साथ है।
*मेहनत सीढियों की तरह*🌹💥🌹💥🌹 *🌷होती है*🌷 *🍁और*🍁 *भाग्य लिफ्ट की तरह ......👆* 💐🌈 *किसी समय लिफ्ट तो बंद हो* ...🌻☘🌻 *🍁सकती हैं* 🍁 *🌻लेकिन ...* .🌴🌿🌴🌿🌴🌿 *सीढियाँ हमेशा उँचाई की* 🥀🌷🥀🌷🥀 *तरफ ले जाती हैं। * 🙏