ઝાંઝવાના જળ સમાન જિંદગી,
બસ હવે આભાસી બની રહી.
प्रकृति सा ये भूरा रंग,
स्वस्थता के साथ निर्भरता संजोये कुदरत वरदान है।
पवित्रता,शांति और सरलता का प्रतिक है सफेद रंग,
ज़ो सबसे स्वयं स्वरूप है प्रकृति के प्रेम का।
लालित्य के पर्वत सा है ये काला रंग,
शक्ति स्वरूप है स्वयं जिसके संग।
स्त्रीत्व से भरा है गुलाबी रंग,
साथ और सहारे की परिभाषा है ये संग।
रहस्य और आध्यात्मिकता से सभर बैंगनी रंग,
ज़ीवनभर की राह के लिए।
शांत रहना है विश्वास की संकल्पना,
नीला रंग है सपनों के हकीकत की कल्पना।
प्रकृति हरी,ज़ीवन से है सार,
ऐसे ही विकास से रचा है सारा संसार।
पीली धूप सा है सुनहरा सपना,
ज़ो दे जाता है खुशियाँ का अपनापन।