बोहोत मेहेंगी पडी हमको यारी तेरी तेरे जितना अब किसीको चाहना पाऊं कभी जो काहा हें सच काहा हें इसको तुम जानलो आके केह देना मूझको दिल में जो बात हो
खुबसूरत सी थी वो अडाएं तेरी देदू खूशिया तुझे लू बलाएं तेरी मेने चाहा तुझे ये में भूलू तो भी याड आजाएगी तू कभी ना कभी।