मैं जनजाति समुदाय से आता हूँ, सिर्फ कविताए कहना मेरी पसंद है. बशीर भद्र और निदा फाजली जी को सुनने की आदत है सोशल मीडिया के माध्यम से. कविता और शायरी की पुस्तकें पड़ने का शौक है. चाहे वह लेखक या कवि नया हो या पुराना सभी को पड़ना चाहता हूं. देशभक्ति, समाजवादी, प्रेम, राजनीतिक कटाक्ष और महिला... Read more
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