सत्य मौन के आगे जूठ का चाहे कितना भी शोर मचा लो,
अंत में मौन की एक हल्की मुस्कान काफी होती है,
जूठ की निंव को गिराने के लिए।
-यशकृपा
_Shital Goswami (Krupali)
सबकी इतनी भी ईज्जत मत करो,
कि.....खुद की ईज्जत खत्म हो जाये।
-Yashkrupa
सबकी इतनी भी ईज्जत मत करो,
कि.....खुद की ईज्जत खत्म हो जाये।
-Yashkrupa
उसने हमसे हमारा जिने का सलिका पुछा,
हमने खामौशी से सब बयाँ कर दिया।
- YashKrupa