जिंदगी डर से नहीं हौसलों से जी जाती है,
सुख-दुख की तुलना परछाइयों से की जाती है।
प्यार खैरात में नहीं मिलता यारों,
अपनों के साथ सब खुशियां बांटी जाती हैं।
मेरे ख़्वाब , तेरे सपने एक हो जाएं।
इस मिलन पर एक प्याली चाय हो जाएं।।
कड़कती धूप में चैन की छाया है माॅं
इंसानी रूप में भगवान का साया है माॅं