दिल से निकली आवाज कलम द्वारा कागज पर लिखती हूँ ।
हम कब कौन सी बातें करते हैं ये माइने नहीं रखता माइने रखता है विषय का दिन
तेरी लिए इस दुनिया में आई थी। तेरी परछाई बनना चाही थी ।। पर तू था बेबफ़ा.... इस बात को मैं ना जान पाई थी।