इस दीवाली अपने मन का दीप जलाए,
जो भी गिले शिक़वे हो उनको आप मिटाए,
मन का हर कोना कोना साफ कीजिए,
जिससे है बैर उन्हें भी माफ़ कीजिए,
पैसा ही रिश्ता, पैसों से रिश्तों का संसार, आज की दुनियां में पैसा ही परिवार।
पति पत्नी नवसृजन के आधार है। एक दूजे के प्रति सम्मान और समर्पण ही दोनो में प्रेम होने की पहचान है।
गांधी जी ने हमे अहिंसा का मार्ग दिखया, जो काम लेते थे हथियार से उन्हें प्रेम का पाठ पढ़ाया।
जिंदगी के सफर लोग आते जाते है मगर हम उन्ही के करीब आते है जिससे विचार मिलते है।
सफर जीवन का आसन कहां, मिले जहाँ मोहब्बत ठहर जाता है दिल वहां।
माँ बच्चों की प्रथम शिक्षक,
घर प्रथम पाठशाला है।
पिता कर्म का ज्ञान कराते,
शिक्षक राष्ट्र धर्म सिखाते।
अमिता मिश्रा
हर रात के बाद सुबह जरूर आता है उसी तरह दुख के बाद सुख भी जरूर आएगा।
आज वचन लो भाई से की अपनी हो या पराई हर बहन की रक्षा करेगा भाई