मुझे लिखना बहुत पसंद है खासतौर से ज़िंदगी दर्द और प्रेम से सम्बंधित लेखन में रूचि है |
जिस वक़्त हमें लगता है| कि ज़िंदगी में अब कोई इम्तिहान बाकी नहीं है| कही ना कही | उसी वक़्त ज़िंदगी एक नया पर्चा लिख रही होती है| नवनीता की ✍से