किसी की मोहब्बत उसे रुलाने लगी है, मुझसे जादा वो प्यार कही पाने लगी है, सोचता हूं अब अलग कर लू खुद को, अक्सर वो बहाने बनाने ने लगी है
दिल तोड़ तो दिया है पर, टुकड़े सम्भाल कर रखना गर प्यार न मिले मेरे जैसा तो जोड़ देना टुकड़ो को सब कुछ हो जायेगा पहले जैसा
दिल मे दर्द या ऑखो मे पानी दे दो खुदा की कसम मुझे कोई तो निशानी दे दो चलती हुई सीने की रोक दो धडकन या ठहरे हुए जीवन को रवानी दे दो
dil karta hai tere anchal me sir rakh kar hamesa ke liye so jau, jinda rahkar mumkin nahi sayad mar kar hi tera ho jau,tujhse dur maot ayi to bhatakati rahegi rooh, tere anchal me jan nikle to sayad jannat pau.