जब जिंदगी उलझ जाये तो रिश्तों के धागों को खींचने की बजाय एक-एक करके सुलझाते जाये जिससे मिल जायेंगा विश्वास का छोर फिर से न टूटेगा एक भी धागा और न उलझन बढ़ेगी।
माना ढक लिया है चेहरे को नकाब ने पर इंसान की शक्ल में हैवानों की पहचान कैसे हो? माना ढक लिया है चेहरे को नकाब ने पर इंसानों की शक्ल में इंसानों की पहचान कैसे हो? Vidhya_Koli