आयुष्य एक प्रवास तो कोणत्या क्षितीजा जवळ थांबले काही सांगता येत नाही. तेव्हा क्षितीजावर नवनवीन लक्ष शोधत रहा.
जिंदगी बडा अजीब सबक देती हैं हमें। इन्सान सोचता कुछ हैं और होता कुछ हैं, हम तो बस जिंदगी के हाथ का खिलौना बन कर रह जाते हैं।
जिंदगी में असफल होने के बाद भी कठीण परिस्थितीयों का सामना करना आना चाहीए |