#शराब ईश्क से बेहतर है जनाब#
समझना है तो थोड़ा पीना पड़ेगा
##ये मोहबत करने वाले भी क्या गम लिखेंगे ##
कलम इधर लाओ इन bewfao के बारे मे हम लिखेंगे #
##और क्या चाहती है गर्दिश ए अय्याम ##
##हम अपना घर भूल गये
उसकी गली भी भूल जाए ₹#
क्या सितम है ki त्तेरी
सूरत गौर
karne pr yad
आती हैं##
ye mohhbt करने वाले क्या गम लिखेंगे
कलम इधर लाओ इन
बेवफाओ के बारे me hm लिखेंगे
मुर्दो की khamosi जायज है काफ़िर तु तो जिंदा है आवाज उठा
जिनका gulshan ko sjane me koi hath na tha ab wo bhi gulshan ke mohfij hh khuda khair kre
jmane ki jhuthi गवाही देखी मोहबत मै आशिक़ो की tbahi देखी और जब लिखने बैठा अपने jhkmo दर्दो को to कलम की खत्म होती स्याही dekhi
meri jajbato ka mjak uda apni majburiya ginwayi tmne jate jate a jana pyar ki aukat dikhane ke liye tera sukriya