Versha Gupta
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खरीदारी करने में लङकिया हैं बदनाम पर पूछो उन बदनाम लङको से जो जिस्म को सौदा करते नजर आते हैं

उन्होने सोची प्यार की खरीदारी करने की मगर सच्चा प्यार नहीं होता कच्चा जिसे कोई खरीद सकता पैसे से सब कुछ खरीदा जाता मगर सच्चा प्यार नहीं बिकता -वर्षा गुप्ता

पैसा सब कुछ नही सब कुछ हैं आपका व्यवहार पैसे से बने रिश्ते , पैसे तक टिकते आपके व्यवहार से बने रिश्ते, साथ कभी नहीं छोङते वर्षा गुप्ता

आज की जिन्दगी में जरूरी है पैसा पैसे से सब कुछ खरीदा जा सकता पर एक चीज नहीं खरीद सकते वो हैं नेक कर्म,जो सिर्फ कमाये जाते पैसे को आप बदल सकते पर कर्म नहीं बदले जाते एक दिन ऐसा आयेगा जब पैसा नहीं सिर्फ नेक कर्म आयेगें काम जोङो पैसे के साथ नेक कर्म

परिवार एक बंद मुठ्ठी हैं जब तक मुठ्ठी बंद तब तक सब साथ मुठ्ठी खुलते ही सब बिखर जाता हैं। लि. वर्षा गुप्ता

मन की बात कह के दिल हल्का करना अच्छा हैं पर जो बात दिल दुखाये उसे मन में दबा कर रखना अच्छा हैं। लि. वर्षा गुप्ता

#किस्मत #कर्म किस्मत से ज्यादा किसी को नहीं मिलता पर इस के लिए कर्म करना नहीं छोङना क्योंकी किस्मत भी उन्हीं का साथ देती हैं। जो मन से कर्म करता हैं। Versha Gupta

पीठ पीछे बुराई करने वालो से अच्छा जो मुँँह पर बोले कङवा चेहरे पर कुछ,मन में कुछ हैं कङवे विष समान साफ बात ,सीधी बात हैं, मीठे अमृत समान सच्चा दोस्त वही, जो दे सही सलाह जो हो चापलूस ,वो दुश्मान समान

Life should be challenging. Otherwise it will be boring... So take new challenge and enjoy life. By Versha Gupta


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