झूठ, कुत्ते समान होता है जो हर किसी पर भौँकता है सच, हंस के समान होता है जो मन को मोह लेता है फिर भी लोग झूठ और कुत्ते को ही पालते हैं
कष्ट वो चावुक है जो इच्छाओं की पीठ पर पड़ता रहे तो जीवनरुपी सड़क में मिलने वाले दुख के गड्ढों का एहसास हमें कम होता है
जब देश की सत्ता चमचो के हाथ जाती है तो वो घोटकर सिर्फ भ्रष्टाचार का साग बना सकते हैं तरक्की की आग नहीं ।
जब देश की सत्ता चमचो के हाथ जाती है तो वो घोटकर सिर्फ भ्रष्टाचार का साग बना सकते हैं तरक्की की आग नहीं ।