मेरा इंतजार करना
मेरा इंतजार करना
आज पूरे आठ साल बाद राहुल वापस इंडिया आ रहा था।महक पूरे दस साल से राहुल के इंतज़ार मे टकटकी लगाई बैठी थी। वह तैयार होने के लिए अलमारी मे से कपड़े निकालने गई तो पूरानी डायरी गिर गई महक ने उसे उठाया,।उसे देखकर पूराने दिन याद करने लगी.........
"वह डायरी तब लिखी थी जब वह हाईस्कुल मे थी" उस समय बोर्ड परिक्षाऐ सर पर थी पर महक के दिलो दिमाक पर प्यार सर चढ कर बोल रहा था। राहुल को महक पसंद करती थी।स्कूल एक दिन भी मिस नही करती थी उसे देखने के लिए । जब तक हर दिन दीदार ना करे उसे चैन नही आता था। जब राहुल की नजर मिल जाती तो वह धीरे से झुका लेती।
राहुल भी महक को पसंद करता था उसका छुप छुप कर देखना उसे अच्छा लगता था। वह भी एक मौका नही छोड़ता था महक को देखने का।राहुल और महक के पापा एक ही ऑफिस मे काम करते थे तो दोनो का अक्सर ही एक दूसरे के घर आना जाना होता था।
चौदह फरवरी यानी वेलेनटाइन डे का दिन था उस दिन महक ने सुबह कम से कम एक घंटे ढूढकर गुलाब खरीदा था।आज तो मै प्यार का इजहार कर के रहुगी।और चल पड़ी राहुल के घर।
अरे महक आज तू इतनी सुबह सुबह?
आंटी मुझे राहुल से नोटस लेने थे।
राहुल तो सो रहा है एसा है तू कमरे मे चली जा लेले।
जैसे जैसे कमरे की तरफ बढ रही थी उसकी सासे तेज हो रही थी दिल जोरो से धड़क रहा था ऐसा लग रहा था आज ही बोर्ड का इग्जाम है।
महक कमरे मे पहुंची तो राहुल सो रहा था जैसे ही वह उसके करीब गई राहुल की नीद खुल गई, राहुल जैसे ही कुछ बोलना चाहा महक ने उसके मुह पर हाथ रख दिया। उसने गुलाब निकाला उस समय उसका दिल और तेज धड़कने लगा और वह आई लव यू नही बोल पाई वह हड़बड़ाहट मे जाने लगी।
राहुल ने महक का हाथ पकड़ लिया तो महक की धड़कने तेज होने लगी ऐसा लग रहा था जैसे "440v" का झटका लग गया हो।राहुल कहने लगा जो कहने आई थी बिना कहे जा रही हो। उसने महक को अपनी तरफ खीचा और कसकर बाहो मे भर लिया। कुछ पल के लिए लग रहा था कि पल ठहर गया। आज दोनो ने अपने प्यार का इजहार किया।
दरवाजे पर चाय लेकर खड़ी राहुल की मम्मी सरोज जी ने देख लिया था एक साथ दोनो को। वह परेशान होने लगी कि अभी राहुल की उमर ही क्या है अभी से प्यार व्यार के चक्कर मे पड़ा तो कभी कुछ बन नही पायेगा। और अगर कहती हू महक से दूर रहो तो वह बगावत पर उतर आयेगा।इसी उहा पोह मे थी कि इसका सामाधान कैसे निकाला जाये।
उधर अब दोनो के प्यार के चर्चे स्कूल मे होने लगे कभी माल, कभी पार्क,कभी रेस्टोरेन्ट साथ जाने लगे। धीरे धीरे इग्जाम भी आ गया। पर ना मन महक का पढाई मे लगता और ना ही राहुल का। उस समय फोन नही था तो दोनो एक दूसरे को लेटर लिखा करते थे। आज भी वह लेटर महक ने संभाल कर रखा था। जब रिज़ल्ट आया तो दोनो पास हो गऐ थे अच्छे नंम्बरो से पर रैंक नही थी।
यह सब देखकर राहुल की मम्मी ने फैसला लिया कि राहुल को विदेश भेज दिया पढने के लिए। राहुल ने बहुत मना किया पर किसी ने उसकी सुनी नही।
आखिरी बार गले लगाया था। दोनो को बिछड़ने का गम था। पर महक एक आस थी कि राहुल लौट कर उसके पास आयेगा।उसने वादा जो किया था कि मेरा इंतजार करना।
आज आने वाला था। राहुल का पिंक कलर पसंद था। जब भी वह पिंक कलर पहनती बिना तारीफ किये नही रहता था।आज उसने पिंक कलर का सूट मैचिंग चूड़ी, मैचिंग बिंदी लगाई।
बहुत सुंदर लग रही मेरी लाडो, आज कोई खास दिन है क्या बेटा ?
नही माँ बस आज तैयार होने का मन कर दिया।
ये क्या तुमने कान मे कुछ पहना नही।वो माँ इयरिंग नही मिल रही ढूढ रही हू। तभी महक की दोस्त शबनम आती है। चलना नही है कॉलेज मै जा रही हू तुम अपनी इयरिंग ही ढूढो।
अरे रुको मेरी शब्बो मिल गई है इयरिंग भागते भागते शबनम के पीछे जाती है। ये क्या है महक आज तक तो तुम इतना तैयार नही हुई ।आज क्यू इतना तैयार होकर कॉलेज जा रही हो?
हम कॉलेज जा ही कहा रहे है...
मतलब??
याद है शबनम मैने तुम्हे राहुल के बारे मे बताया था आज आने वाला है।पता है मै पूरे दस साल बाद उस देखुगी। तभी आंचल ने टैक्सी रुकवाई और कहा एयरपोर्ट चलना है।
क्या आज हम क्लास बंक करेगे महक।
यार एक दिन क्लास नही करेंगे तो क्या हुआ कौन सा रोज रोज क्लास करके कलेक्टर बन जा रहे है।
पर फिर भी तुम बाद मे भी राहुल के घर जाकर मिल सकती हो महक।
यार आठ सालो मे मै उसके घर एक बार नही गई अब अचानक से उसके घर जाना ठिक नही लग रहा। अब चलो ना इतना भाव मत खाओ मेरी शब्बो
अच्छा ठीक है पर यह आखिरी बार होगा। आज के बाद तू ऐसे क्लास नही बंक करेगी?
अच्छा ठीक है मेरी माँ.....
दोनो एयरपोर्ट पहुंच जाती है वहा पता किया तो पता चला लंदन से आने वाली फ्लाइट मे अभी आधा घंटा टाईम है। अब तो महक को इंतजार भी ना हो रहा था।
ये देखो मैडम को इतना सब्र नही हुआ कि आधे घंटे पहले आ गई । इतने मे हम एक क्लास तो अटेंड कर लेते।
तुम्हे तो बस क्लास की पड़ी है मेरे दिल की तो हालत देख ना जाने कैसा दिखता होगा पता नही, मुझे याद करता था या नही, कही उसने दुसरी लड़की तो नही पसंद कर ली तो मै कहा जाऊगी।अरे मेरी माँ तुम ज्यादा सोचो मत चलो कुछ खाते है।
समय आ गया फ्लाइट आ गई महक नजर टिकाये खड़ी थी दूर से ही देखा राहुल को आते ही दिल जोरो से धड़कने लगा मन तो कर रहा था कि जाकर तुरंत गले लगा ले।पर जब पास आया तो साथ मे उसके गोरी मैम को देखकर दिल टूट गया। वह बिना मिले ही राहुल से जाने लगी।
क्या हुआ महक तुम सुबह से जिससे मिलने के लिए पागल थी उससे बिना मिले चली आई।आखिर हुआ क्या और तू रो क्यू रही हो।
मै आज भी राहुल के इंतजार मे थी और वो तो मुझे भुलाकर आगे निकल चूका है।आज वह आया तो है पर अकेला नही उसके साथ एक गोरी मैम है कहकर रोने लगी।
महक घर जाती है। क्या हुआ बेटा गई तो तुम इतनी खुश थी और अब इतना उदास क्यू हो कोई कुछ कह दिया क्या? महक माँ के गले लग जाती है। क्या बात है बेटा? कुछ नही बस आपके गले लगकर सुकून मिल रहा है ।
अच्छा चलो तुम मुह हाथ धो लो मै कुछ खाने के लिए लाती हू। महक तुम्हारे पापा कह रहे थे कि आज शर्मा जी का बेटा राहुल आज लंदन से आ रहा है। और कल पार्टी रखे है। हम सबको बुलाया है तू भी चलना साथ।अरे वह तो तुम्हारा भी दोस्त ना था।
माँ कल का कल देखा जायेगा अभी तो मै जा रही हू सोने मेरे सर मे दर्द है।और मुझे भूख नही है। महक कमरे मे गई तो बिस्तर पर डायरी देखी।उसे गुस्से मे उठा कर फेक दिया और खूब रोई।
शाम को अरे महक तेरी आँखे इतनी सूजी क्यू है?
माँ से झुठ बोलते हुऐ कहा पता नही क्यू थोड़ा दर्द भी कर रही है।
ज्यादा परेशानी होगी तो कल जाकर डॉक्टर को दिखा लेना।
अगले दिन शाम को माँ तैयार होने लगी पार्टी के लिए महक बेटा तू भी तैयार हो जा साथ मे चलते है।
माँ आप लोग जाओ मै कभी और मिल लूगी।
पार्टी मे राहुल की निगाहे महक को ढूढ रही थी। जब महक के मम्मी पापा को देखा तो उनके पास गया। उसने पैर छुए और पूछा आंटी महक नही आई ।
बेटा मैने तो बहुत कहा पर कह रही थी कि तबियत खराब है। मै राहुल से बाद मे मिल लूगी। जब से राहुल आया मिलने वालो का ताता लगा था वह चाह कर भी महक से नही मिल पाया और इंतजार कर रहा था कि पार्टी मे आयेगी।
अब राहुल को महक से बिना मिले रहा नही जा रहा था वह मौका देखकर धीरे से निकल गया और पहुच गया महक के घर उसने बेल बजाई । इतनी रात को कौन हो सकता है लग रहा है मम्मी पापा ही जल्दी आ गये। उसने दरवाजा खोला सामने राहुल को देखकर हैरान ।
राहुल भी एकटक महक को निहार रहा था इतने अरसे बाद तो वह देखा था।खुले बाल रेड कुर्ती मे वह उस समय बहुत सुंदर लग रही थी। अचानक तन्द्रा टुटती है महक की आवाज से,
तुम ?
हाँ मै एसे क्या देख रही हो मै आ नही सकता। अंदर आते हुए राहुल ने कहा।
नही ,आज पार्टी है ना और तुम यहा।
मै तो तुम्हारा इंतज़ार कर रहा था पर तुम आई नही। क्या सच मे तुम्हारा मन नही कर रहा था मुझसे मिलने को।
मै तो आज भी तुम्हारा राह देख रही थी पर तुम तो मुझे कब का भुलाकर आगे बढ गए।
किसने कहा तुमसे ये सब।
किसी ने कहा नही जब कल मै एयरपोर्ट गई थी तो मैने देखा था तुम्हारे साथ उस गोरी मैम को।
"तो तुमने समझ लिया कि वह मेरी गर्लफ्रेंड है।" अरे वह मेरे दोस्त रमन की पत्नी सूजी थी। तुमने ध्यान नही दिया कि हमारे साथ रमन भी था।
क्या तुम मुझे बस इतना ही जानती थी। अरे मैने हमारे प्यार के लिए इतने दिन तुमसे दूर रहा ताकि हम एक हो सके पता है उस वेलेनटाइन डे पर माँ ने हम दोनो को साथ देख लिया था। फिर भी माँ ने कुछ कहा नही। लेकिन जब रिजल्ट आया हर साल मेरी अच्छी रैंक रहती थी पर इस बार मेरी कोई रैंक नही थी। तो माँ ने मुझसे कहा कि इस साल तुमने पढाई से ज्यादा प्यार पर ध्यान दिया, पर तुम अभी से इन सब के चक्कर मे पड़ गये तो आगे कुछ कर नही पाओगे इसलिए मै तुम्हे आगे की पढाई के लिये लंदन भेज रही हू। मुझे गलत मत समझना पर हाँ जब "तुम कुछ बनकर आओगे तो मै तुम्हारी शादी महक से जरुर करा दूगी" लेकिन अभी तुम दोनो की भलाई इसी मे है कि तुम एक दूसरे से दूर रहो।
पहले मुझे माँ पर गुस्सा बहुत आया पर जब ठंडे दिमाग से सोचा तो माँ गलत भी ना लगी। उनके भी कुछ सपने थे मेरे लिए।
और तुमने मुझे इसके बारे मे कुछ नही बताया।
मै तुम्हे परेशान नही करना चाहता था। पर मै जानता था कि तुम मेरा इंतजार जरुर करोगी, महक क्या तुम मेरी जीवनसंगनी बनना चाहोगी।
महक के आँखो से आँसू छलकने लगे उसने हाँ मे सर हिलाया, राहुल ने उसे अपनी बाहो मे भर लिया। ऐसा लग रहा था एक मीठी धुन बज रही है चारो तरफ गुलाब की खुश्बू बिखरी हुई है।और दो दिल मिल रहे है।