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Rashi Singh

Tragedy

0.5  

Rashi Singh

Tragedy

परिस्थति के गुलाम

परिस्थति के गुलाम

1 min
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"साहब हमारा लड़का बिल्कुल बेकसूर है। यह लड़की ही बदचलन है ।"शमशेर भरी पंचायत में दहाड़ा । 

लड़की सिर झुकाये पैर के अँगूठे से ज़मीन की मिट्टी कुरेद रही थी। आँखों से टप टप आँसू टपक रहे थे ।फटे कपड़े और बिखरे बाल उसकी दुर्दशा की कहानी बयान कर रहे थे।

"चुप करो शमशेर ...उस दिन जब गंगू के लड़के ने घिनौनी हरकत कलुआ की बेटी के साथ की थी तब तो तुम बड़े चिल्ला रहे थे कि ...इसको पुलिस को सौंप दो ...फाँसी पर लटका दो ...गोली से उड़ा दो और ...और ..आज जब तुम्हारे लड़के ने एक लड़की की जिंदगी बर्बाद की है तो सफाई दे रहे हो ...छी ।.."सरपंच जी दहाड़े। 

सबके सिर शर्म से झुक गए सच सुनकर।


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