सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
शाम का समय हो रहा होता है और इतने में तेजी से फिसलते हुए एक मोटरसाइकिल एक बुके शॉप के बाहर आकर रुकती है। एक लड़का मोटरसाइकिल से उतरता है और बोलता है कि "भैया दुकान मत बन्द करिये। मुझे एक बुके चाहिये।"
दुकानदार बोलता है कि "भैया आज बन्द हो चुका है और मुझे घर भी जाना है तो आप कहीं और से ले लो।" तो वह लड़का बोलता है कि "भैया कृपया मुझे दे दो न मुझे अस्पताल जाना है एक बुके लेकर तो कृपया करके मुझे एक अच्छा सा बुके दे दो न।" जैसे ही वह लड़का कहता है कि मुझे अस्पताल जाना है तो वह बुके वाला मान जाता है और लड़के से पूछता है कि "किस लिये जा रहे हो बुके?" तो लड़का कहता है कि "मेरी गर्लफ्रेंड है अस्पताल में तो मैं रोज उसके लिये एक बुके लेकर जाता हूँ।" बुके वाला पूछता है कि "क्या हुआ तुम्हारी गर्लफ्रेंड को?" तो लड़के ने कहा कि "हमारे साथ 6 महीने पहले एक दुर्घटना हो गयी थी। जब शाम को हम पिक्चर देख के वापस आ रहे थे। मुझे तो ज्यादा चोट नहीं आयी लेकिन उसके सिर मे बहुत चोट आयी चेहरा भी खराब हो गया है और अब उसको कुछ भी याद नहीं है।" तो जैसे ही वह बुके वाला यह सुनता है तो वह कहता है कि "अरे, तो अब आप क्यों उनसे मिलने जा रहे हो?" तो लड़के ने कहा "हाँ, मैं जा रहा हूँ मिलने और मैं 6 महीने से रोज रात को 9 बजे मिल जाता हूँ और उसे एक बुके देता हूँ।" बुके वाला कहता है कि "आप तो इतने स्मार्ट हो आपको तो कोई भी लड़की मिल सकती थी और तुम उसके पास क्यों जा रहे हो जब उसे कुछ याद नहीं।" तो लड़का कहता है कि "मौसम की तरह बदलना नहीं आता मुझे हर रितु मे इंतजार करते है। कयामत तक ये दुनिया नहीं समझ पायेगी प्यार कि हम उनसे कितना प्यार करते है।" वो बोलता है कि "अगर वो मुझे भूल गयी मुझे नहीं पहचान पा रही तो मुझे उस से कोई फ़र्क नहीं पड़ता। मैं तो उसे पहचान पा रहा हूँ मुझे तो पता है न कि वो मेरे लिये क्या है और ये मेरे लिये बहुत बड़ी बात थी।" इतना कह कर वह लड़का चला गया।
(बहुत से लोग सूरत से प्यार करते हैं पर जो लोग सीरत से प्यार करते हैं इसे ही सच्चा इश्क कहते है। अगर आपको भी कोई ऐसा इंसान मिला है तो उसकी कदर करो उसको कभी भी अपनी जिंदगी से दूर मत होने दो।)