ये दोस्ती
ये दोस्ती
बात उन दिनो की है, नेहा जब स्कूल में थी तो उसने डांस प्रतियोगिता में भाग लिया था।
कहते हैं ना कि "असली दोस्त की पहचान मुसीबत में होती है।"
डांस के ड्रेस के लिए स्कूल में एक हजार रूपये जमा करना था पर नेहा के पास नहीं थे। जब नेहा डांस में से अपना नाम कटवाने गई तो ड्रेस का पैसा जमा था। सामने देखा माही मुस्करा रही थी। उसने अपनी गुल्लक तोड़ कर पैसे जमा किये थे। उस समय बस यही गाना मुँह से निकला, तेरे जैसा यार कहा।