लेखक 'अनसुनी आपबीती '
लेखक 'अनसुनी आपबीती '
एक रिटायर टीचर जो की राइटर भी है ट्रेन में सफ़र कर रहा था उसकी उम्र तकरीबन 60 की होगी चेहरे में सिकन और चिंता पूरी तरह उभऱ के दिख रही थी उसे इस तरह देखकर सामने बैठा एक अनजान शख्स रणदीप उमर 23 साल उसके पास जाता है और उसकी चिंता का विषय पूछता है रिटायर्ड टीचर का नाम था उमेश जिसने बड़ी ही धीरे आवाज में बताया कि वह अभी-अभी कैलिफ़ोर्निया से वापस अपने घर जा रहा है मुंबई उसे अपनी एक लास्ट बुक लिखना है जिसके लिए उसे किसी ऐसे आदमी की जरूरत है जो उसे बुक लिखने में मदद करें और वह तभी बुक लिख पाएगा जब वह किसी के साथ ड्रिंक करेगा रणदीप जो की बहुत सीधा-साधा लड़का है उसे पार्टी और ड्रिंक करना पसंद है पर यह बात उसकी गर्लफ्रेंड सोनिया को पसंद नहीं है रणदीप को नौकरी की जरूरत है उसने सोचा कि वह उमेश की लिखने में मदद करेगा तो शायद वो उसे पैसे भी दे दे दिक्कत सिर्फ यही थी कि सोनिया को पता नहीं चलना चाहिए कि वह ड्रिंक भी कर रहा है रणदीप ने तुरंत रमेश की मदद करने की ठानी और अगले ही दिन वह उनसे उनके ही घर पर मिलता है ड्रिंक करता है उसी वक्त सोनिया का कॉल आ जाता है जिससे रणदीप की बात करने के फोन से सोनिया को पता चल जाता है कि उसने पी रखी है रणदीप पी कर बेहोश हो जाता है सुबह नींद खुलती है तो पता चलता है कि सोनिया तो अपने मां के घर कैलिफ़ोर्निया चली गई है रणदीप को लगता है कि सोनिया उसे कल रात की बात को लेकर नाराज हो गई है उमेश रणदीप से पूछता है कि क्या दिक्कत हो गई है रणदीप उमेश को कुछ नहीं बताता क्योंकि उसे लगा कि उमेश उसे इस बात के लिए गुस्सा करेगा फिर उसे यह लिखने वाला काम भी अपने साथ नहीं देगा कुछ दिन गुजरे रणदीप ने उमेश की लिखने में बहुत मदद की पर रंदीप को सोनिया की बहुत याद आती थी लेकिन सोनिया उसका कॉल पिक नहीं करती रंदीप के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह सोनिया को मनाने कैलिफोर्निया चले जाए उसे याद आया कि आखिर उमेश सर भी तो कैलिफ़ोर्निया के ही है रणदीप ने उमेश को रिक्वेस्ट किया कि अब आपकी बुक को लिखने के लिए कुछ बाहर की हवा खाने की जरूरत है और बातों बातों में कैलिफ़ोर्निया जाने की बात कर दी और बोला कि आप का मन भी लगेगा और बुक भी कंप्लीट हो जाएगी उमेश ने सोचा कि प्लान तो अच्छा है पर कैलीफोर्निया नहीं जा सकता और उमेश के आंखों से आंसू आने लगे रणदीप के बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद उमेश ने उसकी बात मान ली और दोनों कैलिफ़ोर्निया के लिए निकल गए रणदीप को सोनिया का एड्रेस पता था उससे मिलने गया और सोनिया नहीं मांगी रणदीप वापस घर आ गया देखा कि उमेश की हालत वैसी ही है जैसे उसने उसे पहली बार ट्रेन में देखा था उनसे रीजन बार बार पूछने पर भी उमेश ने उसे कुछ नहीं बताया और रणदीप को गले लगाकर रोने लगा और उसे बोला कि कुछ भी हो जाए यह बुक तो कंप्लीट करना ही है रंदीप ने भी ठान ली कि वह बुक भी कंपलीट करेगा और सोनिया को भी मनाएगा एक दिन रणदीप ने सोनिया को कॉल किया और बोला कि वह उसके प्यार के खातिर कैलिफ़ोर्निया तक आ गया है भले ही उमेश सर के बुक कंप्लीट करने के बहाने आया हूं सोनिया रंदीप के प्यार को देखकर खुश हो जाती है और अपना गुस्सा थूक देती है यह बात उमेश ने सुन ली और वह रणदीप से खफा हो गया और गुस्से से वहां से निकल गया उमेश रास्ते के किनारे चल रहा था उम्मीद टूटने से बहुत उदास था और अचानक उमेश का एक्सीडेंट हो गया रणदीप ने तुरंत उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया हॉस्पिटल में सोनिया भी आ गई हॉस्पिटल के बाहर सोनिया और रंदीप बातें कर रहे हैं सोनिया ने बोला कि तुम चाहे जो भी काम करो अगर तुमने राइटर बनने की कोशिश की या कुछ भी बुक लिखी तो वो उससे कभी बात नहीं करेगी रंदीप को कुछ समझ नहीं आया कि सोनिया ने ऐसा क्यों बोला उधर उमेश को होश आ गया था और वह छोटी और राधिका नाम गुनगुना रहे थे रणदीप दौड़कर उनके पास आया और बोला कि कौन है यह छोटी और राधिका उमेश ने सोनिया को देखा और सोनिया की तरफ उंगली की और बोला कि यह मेरी बेटी छोटी है सोनिया रोने लगी क्योंकि उमेश ही उसके पापा है और राधिका उसकी मां यानी उमेश की पत्नी है सोनिया अपने बाप से गले लग जाती है उमेश ने सोनिया से हाथ जोड़कर माफी मांगी पर रंदीप को कुछ समझ नहीं आ रहा था उमेश ने सब बताया कि वह जिस दिन उमेश से पहली बार ट्रेन पर मिला था उस दिन ही वह कैलिफ़ोर्निया से अपनी पत्नी राधिका को मनाकर वापस लाने वाला था पर वह नहीं मानी इसलिए वह उदास था ट्रेन पर। सोनिया का भाई गिरीश उमेश गिरीश को बहुत चाहता था और उसे एक राइटर बनाना चाहता था पर गिरीश जो भी लिखता था उसे पसंद नहीं आता कि उसने कुछ और करने की ढाणी पर उमेश ने उसे मना कर दिया और बोला कि वह सिर्फ राइटिंग पर ध्यान दें गिरीश फिर से लिखना चालू किया पर हर बार उमेश उससे नाराज ही हो जाता था राधिका और सोनिया से यह देखा ना गया और उमेश को वह रोकते थे कि गिरीश के साथ ऐसा ना करें पर उनमेश नहीं माना उसने बोला कि गिरीश सिर्फ राइटर ही बनेगा गिरीश हमेशा से एक कोरी प्लेन की बुक अपने पास रखता था और सोचता कि जब भी पापा को उसकी पहली स्टोरी अच्छी लगेगी वो उसे अच्छे से इस बुक पर लिखेगा पर उमेश के दबाव से गिरीश ने सुसाइड कर ली तब से राधिका और सोनिया उमेश से नाराज होकर कैलिफ़ोर्निया चले गए और उमेश को मुंबई में ही छोड़ दिया इस बात को 5 साल हो चुके थे राधिका और सोनिया अब दोनों ही उमेश से मिलने हॉस्पिटल आ गए उमेश ने रणदीप से बोला कि यह वही गिरीश की बुक है जिसे मैं कंप्लीट करना चाहता हूं पर किसे पता था कि गिरीश की यह बुक उसे फिर से उसके परिवार से मिला देगी और उसने ठाना कि वह रणदीप की शादी सोनिया से ही करवाएगा तब रंजीत को पता चला कि सोनिया उसे डाइटिंग करने से क्यों रोक रही थी संदीप ने बोला वह सोनिया से शादी तभी करेगा जब गिरीश की यह बुक कंप्लीट हो जाएगी संदीप को एक आइडिया क्लिक हुआ उसे एक बहुत अच्छी स्टोरी मिल चुकी थी जिसमें बहुत इमोशंस है खुशी है प्यार है सस्पेंस है गम है परिवार का मिलन है और भी बहुत कुछ और यह स्टोरी परिवार का मिलन है और भी बहुत कुछ और यह कहानी और कोई नहीं बल्कि उमेश की ही जिंदगी की दास्तान है रंदीप ने उस बुक को पूरी लिखी और पब्लिश करने के लिए दे दी और उसका नाम रखा "गिरीश : एक लेखक" की बुक इतनी बिकी और फेमस हुई थी उसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और अब उमेश को एक बेटा फिर से मिल गया था रणदीप । फिर क्या उमेश ने रंदीप और सोनिया की शादी करवा दी। हैप्पी एंडिंग।