फिल्म
फिल्म
'क्या मस्त फिल्म थी बहुत मजा आया देख के तेरा मन नही करता ऐसा करने का... '
"क्यों नही करता अभी कौन छोकरी देगा कोई काम धन्धा तो है नही फिल्म भी तेरे पैसे से देखी ! दोस्त हो तो तेरा जैसा ही ही ही .....!"
'अरे घनचक्कर चल कही हाथ साफ करते है बिलकुल फिल्म की माफिक ऐश करेगा अपुन दोनो बोल क्या करेगा ? ....."
"क्यो नही दोस्त के लिए तो जान भी हाजिर तो फिर चल कल दोपहर नयी बिल्डिंग के पास में आना , वहाँ काम चल रहा है..".....नशा सर चढ बोल रहा था |
"हाय दैया! हमार छोकरियां का क्या हाल कर डाले इसको सुला कर हम रेता ढोने गये रहे अब आकर देखा है मार डाला हाय करमजले कौन किये यह सब ..."
'ई को अस्पताल ले चलों ' ......"अब क्या ले जाऊंगा ई तो मर गयी है ..."!
माँ दहाडे मार रो रही थी भीड में सबके आंसु निकल रहे थे |
अखबारों , टीवी चैनल अपना राग अलाप रहे थे ...पाँच साल की बच्ची के साथ रेप , दरिन्दों ने मासूम का मुंह बन्द कर नींद में ही मार डाला |
बोतल एक तरफ लुढकी पढी थी दो नशेडी बुदबुदा रहे थे....' बिलकुल फिल्म की माफिक किया... मजा आई गया |'