रिश्वत
रिश्वत
एक शहर मे आदर्श अकादमी नाम की एक अकादमी थी।
वहाँ आर्मी में नए लोगों को भर्ती किया जाता था।
एक दिन उस अकादमी मे एक बड़ा पुलिस अफसर आया। वह आर्मी के लिए नए लड़कों की परीक्षा लेने आया था।
उस शहर में एक लड़का था। उसे भी आर्मी में जाना था पर वह आर्मी में जाने के लिए सशक्त नहीं था। फिर भी उसने उस अफसर को रिश्वत दे दी।
उस अफसर ने रिश्वत लेकर उसे आर्मी के लिए चुना। उसी दिन उस अफसर का बेटा भी आर्मी के लिए चुना गया। उस दिन से उन लोगों की ट्रेनिंग शुरू हो गई। ट्रेनिंग लेकर वह आर्मी में भर्ती हो गए और आर्मी में काम करने लगे।
एक दिन अचानक दुश्मनों ने उनपर हमला कर दिया। ये भी पीछे नहीं हटे। इन्होंने भी उन लोगों पर हमला किया पर उस लड़के को कुछ भी नहीं आता था। यहाँ तक कि गन भी ठीक से पकड़नी नहीं आती थी। फिर भी वह लड़का यहाँ-वहाँ घूम रहा था।
तभी एक दुश्मन सिपाही ने उसे देख लिया और उस पर निशाना लगाया। अफसर के बेटे ने यह देखा। उस आदमी ने गोली चलाई और वह गोली उस लड़के को लगनी ही वाली थी पर बीच में अफसर का बेटा आ गया और वहीं शहीद हो गया। जिस लड़के से अफसर ने रिश्वत ली थी उसी लड़के की वजह से उसने अपना बेटा खो दिया। उसे अपने रिश्वत लेने पर बड़ा अफसोस हुआ।