सच्चाई के पहरेदार
सच्चाई के पहरेदार
सच्चाई के पहरेदारो पर, इल्ज़ाम लगाए जाएँगे!
कुछ रोज़ सताए जाएँगे, कुछ रोज़ मिटाए जाएँगे!!
पर बचे हुए खुद्दारो को, ना हटना है ना झुकना है!
बन अडिग राह पे हमराही, पथ प्रशस्त ही करना है!!
है नियति बहुत बलवान यहाँ, एक दिन ऐसा आएगा!
इन बलशाली गद्दारो का भी, तख्त उछाला जाएगा!!
उस दिन ही भारत माता, बंधन मुक्त हो पाएगी!
और अपने प्यारे लालों को, हर्षित गले लगाएगी!!
उस दिन ही असली आज़ादी का ध्वज, अम्बर मे फहराएगा!
अमर खुद्दारो की जयगाथा, उँचे स्वर मे गाएगा!!