ये भ्रष्टाचार कब ख़त्म होगा..!
ये भ्रष्टाचार कब ख़त्म होगा..!
न जाने कब ये रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार ख़त्म होगा...?
आम आदमी से आज भी सरकारी दफ्तरों में रिश्वत कि फ़रमाइश कि जाती है..!!
वो रिश्वत तो इस कदर मंगाते है जैसे रिश्वत मांगना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है..!!
आज भी जब वो हमारा कोई काम करते है तो हमें वो ऐसा जताते है कि हमारा काम कर के
हम पर कोई एहसान कर रहे हैं ...अरे आप को जिस कार्य के लिए सरकार ने बिठाया है
वही काम तो आपको करना है और आप वही काम करने में आम आदमी से रिश्वत कि फ़रमाइश करते है..शर्म नहीं आती आप को आम आदमी कि मजबूरी का फायदा उठाते हुए ...
यह जो बात हमने आप सब के सामने रखी है यह सत्य है और हमारे साथ हुए अनुभव के आधार पर ही हमने लिखा है...और हर रोज़ हर पल आम आदमी को मजबूरी में अपना काम करवाने के लिए यहाँ रिश्वत कि फ़रमाइश पूरी करनी पड़ती है..!!!
हमने सभी अफसरों या सरकारी कर्मचारी को रिश्वत खोर या भ्रष्ट नहीं कहा है उनमे से कुछ ऐसे लोग हैं जो रिश्वत कि मांग कर अपने हाथ गंदे करते है और साथ साथ पूरी सरकार और अपने दफ्तर का नाम खराब करते हैं