अनकही दास्तान Part-3
अनकही दास्तान Part-3
"विकास, भगवान जी ने मेरी प्रे सुनकर तेरी प्राॅब्लम साॅल्व कर दी। मेरे पास उनकी कृपा से ट्वेंटी रूपिज आ गए हैं।" स्कूल प्रांगण प्रेयर से पहले निक्की और विकास एक-दूसरे से मिले तो निक्की ने चहकते हुए विकास को बताया।
"तू सच बोल रही है न निक्की ?" विकास की प्रतिक्रिया ऐसी थी, जैसे उसे निक्की की बात पर यकीन नहीं हुआ।
"तुझे पता हैं न कि मैं कभी झूठ नहीं बोलती, फिर क्यूँ पूछ रहा कि सच बोल रही हूँ न ?"
"मुझे पता है कि तू कभी झूठ नहीं बोलती, पर मुझे इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है कि मेरी प्राॅब्लम इतने इजी वे में साॅल्व हो गई। कहीं मैं कोई सपना तो नहीं देख रहा हूँ ?"
विकास की बात सुनकर निक्की ने उसके हाथ पर चिकोटी काटी तो विकास के मुँह से 'आह' निकल गई और उसके चेहरे पर ढेर सारा दर्द उभर आया।
"साॅरी, वो मैंने तुझे ये यकीन दिलाने के लिए तेरे हाथ पर चिकोटी काटी थी कि तू सपना नहीं देख रहा है, पर लगता है कि तुझे कुछ ज्यादा ही दर्द दे दिया। विकास, आई एम रियली सो साॅरी फार इट।" निक्की ने गहरा अफसोस प्रकट किया।
"साॅरी मत बोल यार, क्योंकि जो दर्द मुझे बबलू के पैसे देने की चिंता की वजह से होता था, उसके सामने ये कुछ भी नहीं है।"
"विकास, तूने अकेले-अकेले कितना दर्द सहा यार ? अब आगे से कोई प्राॅब्लम हो तो मेरे साथ शेयर जरूर करना। अब ये ट्वेंटी रूपिज ले और अपने पास के टेन रूपिज मिलाकर उस मोटे के मुँह पर मार दे।"
"निक्की, ये पैसे तेरे पास आए कहाँ से ?"
"आम खाने से मतलब रख न यार, किस पेड़ के है इससे क्यूँ मतलब रख रहा है ?"
"किस पेड़ के हैं ये भी पता करना जरूरी है निक्की। मेरी मम्मा कहती है कि किसी के गलत तरीके से लाए गए पैसे का यूज करना भी गलत है।"
"तो तुझे ऐसा लगता है कि तेरी बेस्ट फ्रेंड निक्की पैसे लाने के लिए कोई गलत तरीका भी अपना सकती है ?"
"नो यार, मैं तो ऐसा कभी सोच भी नहीं सकता, पर तू बता देगी तो तेरा क्या नुकसान हो जाएगा ?"
"मैंने कल शाम को जाते-जाते भगवान जी से पैसों के लिए प्रे की थी तो उन्होंने कल शाम को ही मेरे मामाजी को मेरे घर भेज दिया और मामाजी ने आज सुबह वापस जाते समय हमेशा की तरह हण्ड्रेड रूपिज दिए, जिसमें से सिक्स्टी फाइव रूपिज मैंने मम्मी को दे दिए और ट्वेंटी तुझे देने के लिए, फाइव रूपिज गोलगप्पे के लिए और टेन रूपिज भगवान जी को विश पूरी करने के लिए नारियल देने के लिए ले आए। अब तो तुझे यकीन आ गया न कि मैंने पैसे लाने के लिए कोई गलत तरीका नहीं अपनाया ?"
"हाँ।"
"तो अब तो ले ले ये पैसे।"
"थैंक्स। मैं तुझे जल्दी लौटा दूँगा।"
"लौटाने की बात की तो हम दोनों की दोस्ती खत्म हो जाएगी।"
"निक्की, तू यहीं रूक, मैं बंटी से मिलकर आता हूँ।"
"क्यूँ ?"
"ये मैं तुझे आकर बताऊँगा।"
"मैं भी तेरे साथ आ रही हूँ।"
"ठीक हैं, आ जा।" कहने के साथ ही विकास एक दुबले-पतले अपने हमउम्र छात्र के पास पहुँच गया और उसने उस छात्र के द्वारा ऊपर फैंकी गई बाल को ऊपर जम्प करके उसके हाथ में आने से पहले ही पकड़ ली।
"विकास, मेरी बाॅल लौटा दे।" वह लड़का विकास से बाॅल छीनने की कोशिश करता हुआ चिल्लाकर बोला।
"लौटा दूँगा, लेकिन पहले तुझे बताना होगा कि ये बाॅल तेरे पास आयी कहाँ से ?" विकास ने बाॅल उसकी पकड़ में आने से बचाते हुए उसके सामने शर्त रखी।
"ये बाॅल मुझे बबलू ने गिफ्ट की है।"
"ये वही बाॅल हैं न, जो उस दिन मेरे हाथ से गुम हुई थी ?"
"मुझे नहीं पता।"
"बंटी, सच बोलेगा तो बाॅल वापस मिल जाएगी, नहीं तो बाॅल भी हाथ से जाएगी और ऊपर से तुझे जेल जाना पड़ेगा।" निक्की ने विकास हाथ से बाॅल लेते हुए बंटी को समझाया।
"मैंने क्या किया हैं जो मुझे जेल जाना पड़ेगा ?"
"तूने विकास के साथ चीटिंग करने में अपने बाॅस बबलू का साथ दिया हैं। तुझे पता हैं न कि मेरे अंकल पुलिस में हैं ?"
"हाँ, पर मैंने कुछ नहीं किया। ये काम तो बबलू और निखिल का हैं। उन दोनों को उसी दिन बाॅल मिल गई थी, लेकिन बबलू ने विकास से पैसे ऐठने और उसे अपनी मुट्ठी में रखने के लिए निखिल को बाॅल छिपाने.....।"
"ये क्या बक रहा बे ?" कहीं से अचानक बबलू ने आकर बंटी को धमकाया तो वह चुप हो गया।
"बबलू, तूने आने में थोड़ी देर कर दी। अब इसे चुप कराने से कोई बेनिफिट नहीं होनेवाला हैं क्योंकि ये सारा सच पहले ही उगल चुका है।" निक्की ने अपनी गहरी काली पुतलियों वाली आँखों से बबलू को घूरते हुए बताया।
"तो तुम लोग क्या कर लोगे मेरा ?"
"हम कुछ नहीं करेंगे, जो करना मेरे पुलिस अंकल करेंगे।"
"पुलिस अंकल की धमकी मत दे मुझे, पुलिस बिना सबूत के किसी का कुछ नहीं कर सकती।"
"लेकिन सबूत हो, तब तो बहुत कुछ कर सकती हैं न ?"
"क्या सबूत है तेरे पास कि मैंने अपनी बाॅल छिपाने लगाकर इसके बदले में विकास से अब तक इन्ट्रेस्ट के नाम पर दो सौ दस रूपये ऐठ लिए ?"
"अभी तक नहीं था, पर अब सबूत क्लेक्ट हो गया। इस आॅडियो-रिकार्डर में तेरे मुँह से एडमिट किया गया तेरा क्राइम रिकार्ड हो चुका है।"
"इस सबूत को मैं अभी मिटा देता हूँ।" कहकर बबलू ने निक्की के हाथ से पाॅकेट साइज का आॅडियों-रिकार्डर टाइप का कोई आइटम छीनने का प्रयास किया, जिसमें वह सफल तो नहीं हुआ, उल्टे निक्की की एक जोरदार लात उसके पेट पर पड़ गई, जिसके बाद उसे अपना प्रयास छोड़कर दोनों हाथों से पेट पकड़कर बैठ जाना पड़ा।
"बेटा, सब करना, पर निक्की से पंगा मत लेना। हाँ, कम्प्रोमाइज करना होगा तो लंच टाइम में मिल लेना, अदरवाइज तुझे और तेरे चमचो को जेल जाने से तेरा पैसे वाला बाप भी नहीं बचा पाएगा। चल विकास।" बबलू को चेतावनी देने के बाद निक्की ने विकास का हाथ पकड़ा और उस जगह की ओर लेकर चली गई, जहाँ प्रेयर की लाइन लग रहीं थीं।
"अबे, खड़े-खड़े मेरा मुँह क्यों देख रहे हो ? कमीनो, मेरी उठने में हेल्प करो।" उन दोनों के चले जाने के बाद बबलू ने अपने साथियों को लताड़कर कहा तो आसपास खड़े उसके साथी झुककर उसे उठने में मदद करने लग गए।।