Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

हजार का नोट भाग 4

हजार का नोट भाग 4

3 mins
14.4K


हजार का नोट 

भाग 4

रफीक शेख उर्फ़ लंबू ने जलती हुई आँखों से सामने खड़े रहमान अंसारी को देखा। शरीर से भारी भरकम रहमान उसकी आग उगलती नजरों का सामना नहीं कर सका। उसने पलकें झुका लीं। रफीक अपनी नाक खुजाने लगा। उसकी आदत थी कि टेंशन के समय वह अपनी नाक खुजाने लगता था। रहमान काफी समय से लंबू की खिदमत में था और आज के पहले उससे ऐसी कोताही नहीं हुई थी। कल पता नहीं कैसे उसके पास से हजार के नोट का वह टुकड़ा गुम हो गया था जिसे दिखाकर मड आइलैंड के उजाड़ समुद्र तट पर सोने की चार पेटियां मिलती। लंबू का माल हर महीने दुबई से आता था यह माल सोने के बिस्किटों के रूप में होता जिसपर कस्टम ड्यूटी चुकाए बिना वह बाजार में उतार देता था और भारी मुनाफ़ा कमाता। लेकिन रहमान की गलती से इस काम में फच्चर पड़ गया था। परसों मड आइलैंड पर रात तीन बजे जो मोटरबोट माल लेकर आएगी उसका कैप्टन या तो कोई विदेशी अंग्रेज होगा या अरब! और वे बिना नोट के किसी को माल नहीं सौंपेंगे यह तय था।  अब अगर परसों तक खोये हुए नोट का आधा टुकड़ा न मिला तो लंबू को करोड़ों की चपत लगती और रहमान को इस गलती के लिए मौत से कम की सजा नहीं मिलती। 

क्या करें गजानन? लंबू नाक खुजाना बंद करके बोला, अब इस मुसीबत का क्या करें? 

गजानन वामन इनामदार, लंबू का दाहिना हाथ और हर स्याह सफ़ेद में बराबर का पार्टनर था। दोनों स्कूली जमाने के दोस्त थे। गजानन खूब बन संवर कर रहता था और उसे देखकर यह कहना मुश्किल था कि वह 4 खून कर चुका था। लंबू बहुत जल्दी पढ़ाई छोड़कर जुर्म की दुनियाँ में दाखिल हो गया था लेकिन गजानन ने एम बी ए की पढ़ाई की थी और सफ़ेद कॉलर बनकर कुछ दिन नौकरी भी की थी।  बाद में वह भी अपराध की दुनियाँ में शामिल हो गया। पैसे और पावर का आकर्षण किसे छोड़ता है? 

सुन लंबू! गजानन अपने लड़कियों जैसे बाल झटकता हुआ बोला,इसे कल तक का टाइम देते हैं  कल तक या तो ये खोया हुआ नोट तलाश करे या फिर .......

रहमान के बदन में भय की ठंडी लहर दौड़ गई।

बॉस! वो जल्दी से बोला, मैंने पूरे अंडरवर्ल्ड में बात फैला दी है, जल्दी ही नोट का पता चल जायेगा।

वही ठीक होगा रहमान, हमारे लिए भी और तेरे लिए भी, लंबू फिर नाक खुजाता बोला।

इतने में रहमान का फोन बज उठा उसने कान से लगाया और उसकी आँखें ख़ुशी से चमकने लगीं। जल्दी ही खुशखबरी लेकर आता है बॉस! अभी जल्दी निकलना पड़ेगा कहकर वह सलाम करके चल दिया। लंबू और गजानन देखते ही रह गए। 

रहमान क्यों खुश हुआ? 

कहानी अभी जारी है...

पढ़िए आगे भाग 6 


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Thriller