किसी सपने का सच होना
किसी सपने का सच होना
अगर ख़्वाब ना हों तो जिंदगी तारीख बन जाती है।
शुरू से ही मैं अपने आप मे सिमटकर रहने वाली लड़की रही हुँ।स्कूल,कॉलेज के दिनों में लाइफ में कुछ बनने का सपना जरूर देखती रही। बारहवीं के बाद एक बहुत अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन हुआ।मैं अपने एरिया की पहली लड़की थी जो इंजीनियर बनने जा रही थी।
कॉलेज में एडमिशन हुआ और मेरी जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आया।
जो लड़की अपने आप मे सिमटी रहती वह अब हॉस्टल में रहने लगी।वहाँ उसे अपने खोल से बाहर आना ही पड़ा।अब वह बहुत बदल गयी,टोटल पर्सनालिटी चेंज हो गयी।कॉलेज कम्पलीट हुआ और फिर एक अच्छे आर्गेनाईजेशन में पोस्टिंग हुई।पहली पोस्टिंग ही क्लास वन की सर्विस।
सच में ,हमारे ख्वाब पूरे हो जाते हैं अगर शिद्दत से आप उसमें जुट जाते हैं .....