अमीरी का ख़्वाब
अमीरी का ख़्वाब
एक समय की बात थी।
एक नगर मे राजेश नाम का युवक था जो छोटे से मकान मे रहता था हमेशा वह ब़डे मकान के ख्वाब देखता रहता था। बड़े लोगो की तरह रहना, खान-पान समझना चाहता था। एक दिन वह ईश्वर से बड़े मकान की प्रार्थना करता भगवान उसके पास आते और बोलते- मैं तुझको मकान भी दूँगा, अमीर कर दूँगा लेकिन तुझे मेरी भक्ति करते रहनी पड़ेगी।
जिस दिन तुम मेरी भक्ति नहीं करोगे उस दिन तुम से सब कुछ छिन लूँगा।
राजेश ने उतर दिया- ठीक हैं प्रभु।
परमात्मा ने उसको बहुत धनी बना दिया। वह अपनी अमीरी में काफी संतुष्ट होने लगा। धीरे-धीरे उसके अन्दर अमीरी का घमण्ड चढ़ने लगा पर परमात्मा को दिया वह वचन पूरा नहीं कर सका। वह भक्ति से दूर होता चला गया।
एक दिन परमात्मा उसके मिलने आए और बोले- तुम ने अपने वचनों को तोड़ा हैं। मैं तुम से सब कुछ वापस ले रहा हूँ, तुम मुझे ही भूल गए।
राजेश माफी माँगता रहा पर वह प्रयास असफल रहता। राजेश पहले जैसा हो जाता और अपने छोटे से मकान मे रहता हैं और परमात्मा को हमेशा खुश करने की कोशिश करता है।
शिक्षा - आपकी स्थिति खराब हो तो भगवान याद आते है जब नही होती घमंड की नाव में चढ़ जाते है.