वापसी
वापसी
बड़े अरमानों से प्रवासी पुत्र के विवाह के लिये घर में सब लम्बे समय बाद एकत्र हो कर ख़ुशियाँ मनाने वाले थे। कि" महामारी कोरोना की आपदा से होने वाले विनाश की आशंका के मद्देनजर कई हवाई सेवाओं को बाधित कर दिया गया है।" यह खबर पाते ही लगा जैसे किसी नें ख़ुशियों पर ग्रहण लगा दिया हो। आनन फानन में उसे फ़ौरन ही वापसी के आखिरी विमान से बुलाने की कवायद की गयी। अपने देश की धरती पर उसके कदम पड़ने की खबर मिलते ही लगा जैसे माँ के निष्प्राण शरीर में किसी नें प्राण फूंक दिये हों। साथ ही कोरोना के कहर से बच कर सुरक्षित घर वापसी होने के कारण सबके चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गयी। घर के सभी सदस्य एक दूसरे को अग्रिम बधाई देने लगे।