प्यार
प्यार
वह एक प्यार करने वाली माँ है। इकलौता बेटा और बहु रानी के साथ रहती है लेकिन सास और बहू की पटती नहीं ,सब घर में ऐसा होता है । बहू को सास पसंद नहीं आती।सांस कितना भी मां के जैसा प्यार दिखाए पर भी बहू को पसंद नहीं आती, ये सच बात है।
मां हमेशा अपने बच्चों को सर आँखों में पालती है और प्यार का इजहार करती है।बच्चे इसे कभी नहीं समझ पाएंगे।यह केवल तब होता है जब वे वृद्धावस्था के बाद उसी माँ-पिता की स्थिति में पहुँचते हैं तब बच्चों को अपने माता पिता की महिमा का एहसास होता है।हम यह नहीं जानते कि माता-पिता ने तब तक जीवित हैं या नहीं।बहु हमेशा अपनी पति की माँ के उपद्रव के बारे में चिंतित रहती है।
इस तरह एक माँ अपने बेटे से प्यार करती है।लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता ।बहू को सास पसंद नहीं होती। यदि उसकी माँ को बुजुर्गों का आवास मिलता है, तो वह अपनी बहु को एक बुरा कहेगी । उस मां के मरने के बाद ही उसकी पूरी संपत्ति और घर मिलेगा। इसलिए भी मां को मार डालाते तब माँ का दिल धड़कता है। फिर माँ का दिल कहता है। मेरे दिल की धड़कन तुम ही हो मेरे लाल।
तुम गिरोगे तो मेरी छाती में दर्द होगा।मेरा दिल उस दर्द को सहन नहीं कर सकता।
तुम्हें मैं सहन कर सकती हूँ।लेकिन तुहारा दर्द में सहन नहीं कर सकती हूँ।
लेकिन मैं आपका दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकता । मेरा दिल धड़क रहा है।दिल की धड़कन रुकने पर बेटा रोता है। माँ क्या समझती है ?????