गुमशुदा भाग 1
गुमशुदा भाग 1
नाम ?
सियान बनमाली
बाप का नाम?
गोविंद बनमाली
उमर?
१४ साल
कब से गायब है?
साहब, आज सुबह स्कूल गया था पर दोपहर को नहीं लौटा।
कहीं यार दोस्तों के साथ तो नहीं गया है न?
नहीं साहब, सब दोस्तों के यहाँ पता लगा लिया है, रिश्तेदारों के यहाँ भी पूछ लिया,उसका कोई पता नहीं चला है साहब !इतना कहकर गोविंद अपने आंसू पोंछने लगा।
अरे ! बस बस, ड्यूटी ऑफिसर देशमुख बोला। दिल छोटा मत करो, कहीं गया होगा आ जायेगा। तुम क्या काम करते हो ?
मेरी सम्राट टॉकीज के सामने किराने की दुकान है
साहब ! उसकी माँ की बहुत बुरी हालत है । तीन बेटियों के बाद पैदा हुआ था, इसको ढूंढ दो साहब, गोविंद हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता हुआ बोला
जवाब में देशमुख ने सियान की तस्वीर मांग ली और उसे जाने को कह दिया। पता और फोन नम्बर ले ही लिया था। देखो, खबर मिलते ही हम बताएंगे,अब तुम घर जाकर वेट करो और अपने हिसाब से भी पूछताछ करते रहो और कोई जानकारी मिलते ही हमें बताओ।
गोविंद रुमाल से आँख पोंछता हुआ चला गया। देशमुख सोच में पड़ गया।आखिर लड़का कहाँ जा सकता है ?कहीं किडनैप तो नहीं हो गया? अगर किडनैप हुआ होगा तो किडनैपर का फोन तो आएगा ही!
वैसे गोविंद को देखकर ऐसा नहीं लगता था कि उसकी कोई बड़ी औकात होगी लेकिन आजकल छुटभैये अपराधी किसी को भी शिकार बना लेते थे। देशमुख ने सियान की तस्वीर और डिटेल हेडक्वार्टर में भेज दी और वहाँ से हर तरफ भेज दी गई। आजकल शहर में कमउम्र बच्चों के गायब होने की वारदातें खूब बढ़ गई थी। खुद देशमुख के थाने में कई रिपोर्ट आ चुकी थी।देशमुख सियान की तस्वीर देखकर सोच विचार करता रहा।अचानक उसे तस्वीर में ऐसा कुछ दिखाई पड़ा जिससे वह जोरों से चौंक पड़ा। उसने जल्दी से घंटी बजाई और हवलदार के आते ही बोला,जल्दी से जल्दी क्राइम ब्रांच के अफसर मगन राठौर को बुलाकर लाओ।बोलो, अर्जेंट मामला है। हवलदार सलाम करके चला गया। देशमुख आतुरता से राठौर की प्रतीक्षा करने लगा....