नारी - एक प्रेरणा
नारी - एक प्रेरणा
एक पुरुष प्रधान गाँव में एक लड़की का जन्म हुआ। उस गुड़िया को देख घर की सब महिलाएँ बहुत प्रसन्न हुईं। यह नन्ही गुड़िया बड़ी होकर बहुत सुन्दर निकली। इस लड़की को लोग प्यार से पीहू बुलाते थे।
पीहू को साहसिक गतिविधियों का बहुत शौंक था किन्तु घर की महिलाएँ उसको हमेशा इनसे दूर ही रखतीं। एक दिन गाँव में शेरू नाम का एक व्यक्ति सबसे लड़कर खुद को गाँव का राजा घोषित करने आया। कुछ दिनों तक वह सबसे मार-पीट करता रहा। यह देखकर पीहू ने अपनी माँ से कहा के वह शेरू से लड़के उसको हरा देगी। माँ ने उसको लड़की होने के कारण बहुत मना किया किन्तु पीहू ने एक ना सुनी।
अगले दिन जब शेरू आया, पीहू ने उससे दंगल करके, उसको हरा दिया। यह देख गाँव के सब लोग हैरान रह गए।
तब से उस गाँव में महिलाओं को भी पुरुष के बराबर समझा जाता है और पीहू को सबके लिए एक प्रेरणा स्त्रोत समझा जाता है।