यारो पल दो पल की जिंदगी में न जाने क्यूँ इंसान युही बेवजह खट पट करता रहता है ..?
यारो पल दो पल की जिंदगी में न जाने क्यूँ इंसान युही बेवजह खट पट करता रहता है ..?
यारो पल दो पल की जिंदगी में न जाने क्यूँ इंसान युही बेवजह खट पट करता रहता है एक दूसरे से बड़ा बनने में आगे बढ़ने में और गलतियाँ बताने में लगा रहता है यारो आज जो पल है कया पता कल होगा की नहीं तो बेहतर इसी में है की आज जो है जैसा भी है इसी पल को हम जिए खुश रहे और एक दुसरो पर दोष आरोप प्रत्यारोप लगाने के बजाये एक जुट हो कर साथ मिल कर हँसते मुस्कुराते हुवे ज़िन्दगी को ख़ुशनुमा बनाएं और हमेशा खुश रहे और खुशीया बाटते रहे..!!
@ तेजेश्वर पान्डेय...♥...!!