सत्य और इंसान
सत्य और इंसान
आज एक बड़ा ही अच्छा और अजीब अनुभव हुआ मगर शायद सही अनुभव हुआ है !
एक बहुत ही बुजुर्ग और सम्मानित शख्स से हमारी मुलाकात हुई। उनसे बहुत-सी बातों पे चर्चा हुई और उन्होंने हमसे मुस्कुराते हुए कहा कि, "बेटा मेरी अब तक की ज़िन्दगी के सफ़र में अक्सर एक बात मैंने ग़ौर की है, हम सच्चाई और ईमानदारी से सुखी से जी तो सकता हैं मगर दिक्कतें बहुत होती हैं। बेटा अगर तुम सच्चाई और ईमानदारी से रहोगे तो शायद ये दुनिया तुम्हारे लिए बेहतर नहीं क्यूँकि यहाँ सिर्फ उन्हीं लोगों का बोलबाला है जो बेईमानी और झूठ की वक़ालत करते हैं, उसका सहारा लेते हैं, किन्तु तुम फिक्र मत करो ज़िन्दगी के इस सफ़र में उन लोगों से कभी हिम्मत मत हारना और हमेशा सच्चे दिल से उनका सामना करना और आगे बढ़ना। सच्चाई का साथ देना तो तुम ज़रुर कामयाब और अच्छे इंसान बन के उभरोगे !"