पहले प्यार की मीठी याद
पहले प्यार की मीठी याद
आज होली थी, मैं फिर से पुरानी यादों में खो गया शाम को हल्का फुल्का रंग खेलने के बाद नहा धोकर शीशे के सामने बैठा ये देख रहा था, कहीं रंग बाकी तो नही है। तभी अचानक मेरी बिटिया कहीं से दौड़ती हुई आयी अपने नन्हे हाथों से मेरे गाल पर कोमल गुलाल की लकीर खिंच कर खिलखिलाती हुई दूसरी तरफ दौड़ गयी ,मैंने अपना चेहरा आईने में देखा तीन गुलाबी लकीरें दोनों गालो पर