सोच की ताकत
सोच की ताकत
कभी-कभी मनुष्य के द्वारा बनाई गई चीजें भी मनुष्य से ज्यादा मूल्यवान हो जाती हैं जैसे रुपया , भगवान, धार्मिक किताबें, हवाई जहाज, ट्रेन ,बसें ,बम ,गोली इत्यादिl
रुपया मनुष्य ने बनाया और आज रुपया मनुष्य से ज्यादा कीमती हो गया है lमनुष्य ने भगवान की रचना की ,मंदिर ,मस्जिद ,गुरुद्वारा ,चर्च बनाएं, सब के सब मूल्यवान हो गई l मनुष्य ने धार्मिक किताबें लिखी, किताबें मूल्यवान हो गई ,श्रेष्ठ हो गई ,आज मनुष्य उन्हीं धार्मिक किताबों का कसम खाता है!
हवाई जहाज ,ट्रेन ,बसें, बम गोली इत्यादि सब के सब मनुष्य से तेज हो गए, उनकी क्षमता मनुष्य से कई गुना हो गईlयानि कहने का मतलब है कि मनुष्य का कोई वैल्यू नहीं है मनुष्य की सोच का वैल्यू है l यानी सारा खेल मनुष्य की सोच पर ही निर्भर हैं l