नौकरी
नौकरी
मांँ ने दही शक्कर खिलाते हुए अपने बेटे से कहा- "आज नौकरी का पहला दिन है तो मुँह मीठा करके जाने से दिन शुभ होता है।"
अपनी मांँ के हाथों से मुंँह मीठा करके जैसे ही बेटा ऑफिस जाने के लिए निकलता है, मांँ की आवाज़ आती है-
"बेटा यह मिठाई का डिब्बा और ये कुछ पैसे भी लेता जा, रास्ते में दुर्गा मांँ के मंदिर में चढ़ाते हुए जाना। बहुत मन्नतों के बाद आज का शुभ दिन देखने को मिला है।"
मिठाई और पैसे मांँ के पैरों पर रखकर बेटा अपनी मांँ से कहता है-
"तुम ही मेरी भगवान हो मांँ, आज का दिन सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी त्याग और तपस्या से आया है।"