Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

लाड़ का फल

लाड़ का फल

3 mins
297


दोपहर के तीन बज गए सागर अभी तक स्कूल से नहीं आया। मनीषा को चिंता होने लगी बार बार बड़बड़ाने लगी, कहाँ रह गया ये लड़का, फिर ये सोच कर तसल्ली करती शायद बस नहीं मिली हो या दोस्तों के साथ खेलने में रम गया होगा।

चार बजने वाले थे तो धैर्य जवाब दे गया सबसे पहले तो स्कूल में फोन करके पूछा सागर वहाँ है क्या। फिर उसके दोस्तों को फोन किया लेकिन जब सबने ना कर दिया तो बेहद घबराहट होने लगी और सागर के पापा को फोन किया। ऑफिस में पहले तो उन्होंने भी यही बोला कि आ जायेगा इधर उधर दोस्तों के साथ होगा कहीं। शाम होने लगी फिर भी सागर नहीं लौटा तो मनीषा के सब्र का बांध टूट पड़ा न जाने किस आशंका से मन कांपने लगा। जैसे ही सागर के पापा ऑफिस से लौटे तो मनीषा की रुलाई फुट पड़ी। दोनों पति पत्नी सागर को ढूँढने निकल पड़े। स्कूल से लेकर घर तक के हर रास्ते को छान मारा उसके यार दोस्तों से पूछा कहीं किसी को कुछ मालूम हो। 

अंधेरा घिरने लगा पर सागर का कोई अता पता नहीं था आखिर थक हार कर दोनों पुलिस स्टेशन गए और सारी बात बताई। 

सागर उनका इकलौता बेटा था इसलिए लाड़ प्यार भी बहुत था जो मांगता उसे मिल जाता दोनों पति पत्नी अपने बेटे का बहुत ख्याल रखते थे।

पुलिस इंस्पेक्टर ने दो पुलिस वालों को उनके साथ रवाना किया और शहर के सभी थानों को सागर की फ़ोटो भेज कर आने जाने वाले सभी रास्तों को अलर्ट कर दिया। उस इलाके के तमाम सी सी टी वी कैमरों को खंगाला गया। स्कूल से थोड़ा आगे चलते ही एक पार्क से पहले सागर दिख गया। उस फुटेज को बार बार देखा गया और तुरंत ही आसपास खोज की गई। आखिर उस सुनसान पार्क की बेंच पर सागर बेसुध पड़ा दिख गया। उसके आस पास शराब की दुर्गन्ध आ रही थी और खाली बोतलें नजर आ रही थी। सागर के पापा और मम्मी को काटो तो खून नहीं, उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि उनका लाडला बेटा इस हाल में मिलेगा। 

पुलिस गाड़ी में सागर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच करके बताया बहुत ज्यादा शराब पीने के कारण बेहोश हो गया, इंजेक्शन दे दिया है थोड़ी देर में होश आ जायेगा। 

करीब एक घंटे बात सागर ने आंखे खोली तब तक पुलिस इंस्पेक्टर भी आ चुके थे। डॉक्टर की इजाजत से इंस्पेक्टर ने सागर से पूछताछ शुरू की ......

किसने पिलाई, कौन लोग थे ?

क्या अब से पहले भी पी थी आदि आदि सागर की बातें सुनकर उसके मम्मी पापा ही नहीं वहां खड़े सब लोग सकते में आ गए सागर ने कहा हमारी स्कूल के बाहर आइसक्रीम वाले खोमचे वाले लोग बीड़ी सिगरेट शराब सब चीजें बेचते हैं और बच्चे जब खाने पीने की कोई चीज खरीदते हैं तो ये लोग उन्हें फ्री में थोड़ी पिला देते है धीरे धीरे आदत हो जाती है।

सागर ने आगे बताया उसने सबसे पहले अपने दोस्त की "बर्थ डे" पर होटल में दोस्तों की जो पार्टी थी वहां टेस्ट की थी।

बाद में मजा आने लगा और घर से पैसे चुरा कर चोरी चोरी पीने लगा।

सुन लिया आप लोगों ने इंस्पेक्टर की कड़कती आवाज़ ने उसके मम्मी पापा को चौंका दिया। देख लिया अपने लाड़ प्यार का नतीजा ? आप अपने बच्चे को ये संस्कार दे रहे हैं ?

ये सब आपकी लापरवाही का नतीजा है ......।

सागर की मम्मी पापा का सर शर्म से झुक गया अपने बेटे की करतूत देख कर। ये उनके ही बेहद लाड़ का फल था।


Rate this content
Log in