चित्रकारी की कला
चित्रकारी की कला
एक नगर में बृजमोहन नाम का युवक रहता था जिसमें बचपन से ही बड़े सपने देखने की चाह थी उसको चित्रकारी का काफी शौक था वह कई प्रकार के चित्र बना कर लोगों को प्रभावित करता रहता था उसने अपनी चित्रकारी की कला इंटरनेट पर डाल दी इसका परिणाम ये हुआ कि काफी लोग उसकी चित्रकला से प्रभावित हुए एक अंग्रेज उसकी चित्रकारी से काफी प्रभावित हुआ तो वह विदेश में आने का निमंत्रण देता बृजमोहन वह निमंत्रण स्वीकार कर लेता अब उसकी सपनों की उड़ान दूरदराज तक पहुंच गई ।
एक दिन एक अंग्रेजन उसके पास आई और बोली तुम मेरा एक खूबसूरत -सा चित्र बनाओं पर वह लड़की काफी दिखने में बदसूरत दिखती थी़
बृजमोहन ने सोचा कि कैसे में एक खूबसूरत तस्वीर बनाऊं
अंग्रेज़न के चेहरे पर धब्बे हो रहे थे और चेहरे की चमक भी गायब थी लेकिन बृजमोहन ने वैसा ही चित्र बनाया जैसे वो दिखती थी अंग्रेजन ने बोला-तुमने वैसा ही चित्र बनाया जैसी मैं दिखती हूं अंग्रेज भी काफी प्रभावित हुआ और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसको पुरस्कार मिले।।