एक बच्चे कि सोच
एक बच्चे कि सोच
एक बच्चे कि सोच, एक बच्चा क्या चाहता है क्या आप जानते हैं ? नहीं न ? एक बच्चा उसकी माँ को ज्यादा चाहता है। उसकी माँ को तंग किया जाएगा तो उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगेगा ।
यह तीन बातें सबके लिए जरूरी होनी चाहिए; माँ, मातृभूमि और मातृभाषा ।
माँ क्या होती है ...??? माँ वो होती है जो अपने बच्चे को पाल के बड़ा करती है। फिर उसी माँ और महिला पर अत्याचार हो रहा है। क्यों सह रहीं हैं ये सब महिलायें ? उसी बेटे को माँ जन्म करती है और बड़े होने पर वो बेटा माँ को भूल जाता है। अपने बेटे को माँ बोलना सिखाती है, उंगली पकड़ के चलना सिखाती है, प्यार से खिलाती है, लोरी गा के सुलाती है, लाड़ प्यार से बड़ा करती है और जब वो माँ बूढ़ी हो जाति है तो वो बेटा कैसे माँ को गाली देता है, उसको घर से बेघर करके बाहर कर देता है। ऐसा क्यूँ ...???
माँ से दूसरी चीज़ आयी...वो है मातृभूमि। मातृभूमि वह होती है जिस जमीन में हम पले बड़े है। आइये स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाएं । आज इतने कारखाने बनाए गए हैं क्या करने के लिए कि हमारा देश महान है ... ???
दोस्तों याद रखना माँ से तीसरी चीज़ भी जुड़ी है। जो है मातृभाषा। एक छोटा सा बच्चा होता है धीरे धीरे अपना मातृभाषा बोलना सिख जाता है, और वही बच्चा बड़े होकर अंग्रेजी पढ़कर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अमेरिका, इजिप्ट, मलेसिया जाकर अपनी मातृभाषा भूल जाता है। क्यों ऐसा होता है ?????
हर एक आदमी मिलकर यह तीन चीज़ की सही जानकारी लेकर प्रोयोग करे। माँ, मातृभूमि और मातृभाषा से प्यार करे, सम्मान करे , उसकी रक्षा करे और हमेशा उसे जुड़े रहे। तो कल क्या आज से ही भारत की महानता बढ़ने लगेगी। तो मुझे आप सबसे यही निवेदन करना है कि आप सब और मैं मिलकर यह काम करें जिससे कि हमें कहते हुए गर्व हो कि " हमारा देश भारत महान है " ।