सुमन भाभी
सुमन भाभी
सुमन भाभी पड़ोस में रहने वाली दुबली पतली गोरी सी नहिला थी।उनसी विशेषता थी वह गाना बहुत बढ़िया गाती और ढोलक।भी बहुत बढ़िया बजाती,जब वह गाती तो लोग दूर से सुनकर रूक जाते बड़ी ही टनकेदार आवाज थी। सभी देवरानी जिठानी में सबसे छोटी और पैसे से कमजेर पर खुश दिल थी तीन बेटो की बीमार पति की सेवा में लगी रगती ।एक दिन की घटना है,आज भी याद हैं,जब उनकी जिठानी ने जब गाली दिया कि जा तू रांड हो जा यानि विधवा हो जा वह दहल गयी और खूब रोयी आज भाभी के पति नहीं है उनको देखा वह गानाबजाना सब छोड़ चुकी है और, चुपचार हो चुकी है बहुत समझाया गया पर ना बदली वह रे भारतीय नारी जो पति के साथ जीती है और उनके साथ ही मरती है।