कृष्ण जी की अनोखी होली
कृष्ण जी की अनोखी होली
होली तो हर कोई खेलता है लेकिन कृष्ण जी की होली सबसे अनोखी थी गोकुल नगरी में होली का दिन था सब होली की रंगा रंग में लगे हुए थे लेकिन कृष्ण जी तो उदास थे क्योंकि माखन की तलब थी राधा जी कृष्ण की उदासी देख कर वह भी उदास होने लगी. माखन तो पूरे गोकुल नगरी से खत्म हो चुका था क्योंकि कृष्ण जी पहले ही चट कर चुके थे और गाय ने भी मानो दूध न देने का सन्यास ले लिए हो. गोकुल नगरी में सब लोग होली नहीं खेलेंगे जब तक कृष्ण जी होली नहीं खेलेंगे.
भोले बाबा से सब लोग प्रार्थना करने लगे. भोले बाबा धरती पर आए और एक माखन से भरी मटकी लेकर आए और बोले लो कृष्ण तुम्हारी माखन की मटकी अब तो होली खेल लो.
कृष्ण जी काफी खुश होने लगे और होली खेलने के लिए तैयार हो गए और सब लोग खुश हो गए लेकिन राधा काफी खुश हुई ये देखकर की कृष्ण जी तैयार हो गए.
शिक्षा:-हम लोग होली तो खेलते है लेकिन गलत तरीके से कृष्ण जी की होली सबसे अनोखी और अलग होती थी.