दीवानी लड़की
दीवानी लड़की
इक लड़की थी दीवानी सी, मौज मस्ती वाली।
अचानक से उसे किसी से प्यार हो गया, वो अपने प्यार के लिए किसी की भी जान ले सकती थी और अपनी जान दे भी सकती थी।
उसने अपने प्यार पे कोई आँच न आए इसके लिए उसने बंदूक चलाना, बम फेंकना आदि सीखा। उसने खुद को मजबूत बनाना, आत्मरक्षा करना, अपने प्यार की रक्षा करना सीखा।
जब वह इन सबमें निपुण हो गई, तब वह अपने प्यार से मिलने गई। वहाँ जाकर उसने देखा उसका प्यार खतरे में है। फिर उसने कुछ नहीं देखा और दुश्मनों से अपने प्यार के लिए लड़ाई की। अपने प्यार को बचाने के लिए वह अपनी अन्तिम साँस तक लड़ी और अन्त में उसने अपने प्यार की गोद में अपनी आँखें हमेशा के लिए मूँद ली।
वो प्यार कोई और नहीं भारत-माता थी।।