अपराध
अपराध
एक शहर था। उस शहर में एक पुलिस स्टेशन था।उस पुलिस स्टेशन में एक होनहार पुलिस वाला था।
उसके हाथों से एक भी अपराधी बच नहीं पाया है। एक बार उस शहर में चोरी हो जाती है। उस चोर को ढूढ़ने का काम इस अफ़सर पर सौंपा गया था।
पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया था। वह अपराधी को खोज रहा था पर वह अपराधी नहीं मिल रहा था। उस पुलिस को जिन लोगों पर शक था उन सबको गिरफ्तार करवाया था पर कोई फायदा नहीं हुआ।
उसका ध्यान केस पर काम और उसके बेटे पर ज्यादा था क्योंकि वह आजकल बिगड़ गया था।
एक दिन उस पुलिस के गुप्तचरों ने उसको बताया कि चोरों की खबर मिल गयी है और उनका ठिकाना भी मिल गया है।
तब वह पुलिस अफ़सर अपने बाकी लोगों को लेकर चोरों के ठिकाने पर पहुँच गया और उनके अड्डे पर हमला बोल दिया और चोरों को पकड़ लिया तो उस पुलिस अफ़सर ने देखा की उन चोरों में उसका बेटा भी था।
तब उस पुलिस अफ़सर ने अपने बेटे को एक थप्पड़ लगाया और लॉकअप में बंद कर दिया।