किताब -पुस्तक
किताब -पुस्तक
किताबें तुमने भले ही
पढ़ी हो चाहे जितनी
पर क्या कोई चेहरा
पढ़ पाते हो तुम?
क्या ऐसा कोई भी ज्ञान
तुमने पढ़ा है कोई पुस्तक से
नहीं न
ऐसा ज्ञान नही उसमें होता
ऐसा ज्ञान मिलता है
सिर्फ तजुर्बों से
तब पढ़ पाते हो तुम
ऐसा कोई भी चहेरा
शायद.....हाँ......
इसीलिए कहते है....
वेद पढ़ना बहुत आसान है
पर किसी की वेदना पढ़ना
बहुत मुश्किल है