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क्योकि मै झूठ नहीं बोलता।

क्योकि मै झूठ नहीं बोलता।

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एक बार दीपक अपने दादा जी के घर गया था। उसके दादा जी ने अपने साथ हुई घटना का जिकर किया था। तभी से दीपक ने ठान लिया की वो पूछ के रहेगा। उसने अपने तरीके से पूछने की कोशिश  की पर कुछ नहीं हुआ। दीपक की छुट्टिया खत्म होने को थी उसने दादा जी से कहा की वो कभी नहीं आएगा फिर यहाँ ! तो दादा जी ने कहा की चलो ठीक है आज बताऊंगा। तभी दीपक का मंन शांत नही हुआ। रात होने से पहले उसने १० बार पूछ लिया दादा जी से ," बताओ दादा जी , कब बताओगे। " दादा उसको बताने लगे। उन्होंने कहा " एक बार वो अपने बैल गाडी से रात को मंडी से आ रहे थे। उनकी फसल बिक चुकी थी। श्याम के समय उन्होंने मिठाई ली। और आगे चलने लगे , रास्ते में एक सुनसान इलाका था। काफी दूर चलने के बाद उनको प्यास लगने लगी। अभी भी वो अपने घर से ३-४ गाँव पीछे थे। तभी रास्ते में दो औरत रुकने को कहने लगी। उन्होंने कहा की तीसरे गाँव में जाना है। दादा जी ने कहा की ठीक है बैठ लो। उनके बैठने के बाद वो चलने लगे। एक गाँव पार करने के बाद वो आपस में हँसने लगी। और बाते करने लगी की आज सही फँसा है। आज नहीं छोड़ेंगे। उनकी बाते और उनके पैरो की पाजेव डराने लगी। वो थोड़ा बैठे - बैठे आगे बढ़ने लगे। दादा को अपने बचपन की याद आ गयी , उनके दादा ने बताया था की कभी कुछ अजीब हो तो बैल की पूछ पकड़ लेना और जितना हो सके अपने घर की तरफ जल्दी से दौड़ना। उन्होंने वैसे ही किया उन्होंने बैल की पूछ पकड़ ली और अपने डंडे से बैल को तेज दौड़ाने लगे। जैसे ही वो अपने गाव के पास आने लगे तो रास्ते में १ पीपल का पेड़ था। पेड़ देख कर वो दोनों उतर गयी और चिल्ला - चिल्ला के कहने लगी अगर फिर मिला तो नहीं छोड़ेंगे। दादा हाफ़्ने लगे। उनकी जान में जान आई। उन्होंने भगवान का शुक्रिया किया और अपने बैल का भी। " इतने में दादा ने देखा की दीपक रोने लग रहा है। उन्होंने पूछा की क्यों रो रहे हो मैं यही हूँ। दीपक ने पूछा " क्या भूत सच में होते है? " दादा ने कहा " अभी भी तुम्हे यकीन नहीं है, आज कल सब लोग यही सोचते है की कुछ नहीं होता पर जिसके साथ बीतता है उनसे पूछो वो बताएंगे सच ! इसीलिए मैं नहीं बताना चाहता था , मुझे मालुम था तुम इसे झूठ  समझोगे। " इसके बाद सब सो गए। रात को दीपक सपने में यही देख रहा था जैसे उसके साथ ये घटना हो रही है वो चिलाने लगा और सब उठ गए। उससे चुप कराया और सुलाया। ये पूरी कहानी दीपक ने घर पहुंच कर सब को सुनाई। उसके दोस्त भी डर गए ये रियल स्टोरी सुन कर। दोस्तों जब हम भगवान  को मानते है तो इसका मतलब भूत , शैतान भी है। इसके बाद दीपक घोस्ट इन्वेस्टिगेटर बन गया। 


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