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Tejeshwar Pandey

Others

4.0  

Tejeshwar Pandey

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सत्यमेव जयते

सत्यमेव जयते

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वक़्त को वक़्त कि पड़ी है मार ऐसी,

की अब तो मोहोबत्त करना भी,

अपराध होगया है l

सच बोलना भी गुन्हा हो गया है,

वक़्त के साथ चलना भी,

एक मजाक होगया है l

अब तो रिस्तो को भी लोग सचाई से नहीं नापते,

झूठ और दिखावे ही,

सच्चे रिस्तो की नीव बन गई है l

झूठ को कोई प्रमाण देने की ज़रूरत नहीं पड़ती,

और सच्चे रिस्तो को अब,

प्रमाण कि जरुरत पड़ने लगी है l

अविश्वाश और झूठ का पर्दा यु आंखोंपे गिरा हुवा है कि,

न तो सच्चे रिस्ते नज़र आते है,

न तो विश्वाश कि वो डोर नज़र आती है l

सत्य ने झूठ का दामन इस कदर जकड़ा है,

कि अब तो झूठ भी सत्य लगने लगा है l

पर ये बात भी सत प्रतिशत सत्य है कि,

झूठ तू चाहे जितना भी सत्य के करीब क्यो न हो

झूठ झूठ होता है और सच सच ही होता है l


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