दिनेश की समझदारी
दिनेश की समझदारी
दिनेश जो कन्यापुर का रहने वाला था वह भारत देश की संस्कृति के बारे में बाहर के लोगों को बताता था.उसी से उसके घर की रोजी रोटी चलती थी. एक दिन कुछ अंग्रेज़ो को कुछ आदमी दीवार पर थूकते हुए दिखे . दिनेश को ये देखकर काफी गुस्सा आता और बोलता आप इसी भारत में रहकर इसको गंदा कर रहे हो .
वो आदमी बोलते -तुम अपना काम करो. दिनेश को उन लोगो की बाते दिल पर लग जाती
दिनेश - इन लोगो को सुधारने के लिए कोई रास्ता निकालना पड़ेगा.
उसने उस दीवार पर लिख दिया जो इस दीवार पर थूकेगा वह अपने बाप पर थूकेगा. दिनेश की ये बात पढ़कर वह लोग गुस्से में आ गए और उसके सर चढ़ गए लेकिन रास्ते में एक सरकारी आदमी की नजर दिनेश पर पड़ती और उसके करीब आता सारी बात उस सरकारी आदमी को बताता. सरकारी आदमी उन लोगो को समझाता और वह अपनी गलती की माफी मांगते. अब उस दीवार पर कोई नहीं थूकता और अंग्रेज लोग भारत संस्कृति का आनंद लेते.