एलियन
एलियन
"दादू ....दादू ! आज मैं आपके पास ही सोऊंगा और कहानी भी सुनूंगा।"
कहते हुए 9 साल का रोहन अपने दादा के पास लेट गया.... !
"अरे वाह मेरे राजा बेटा ! जरूर सुनाएंगे कहानी।
बताओ कौनसी सुनोगे .....?
कहते हुए रोहन के दादा सोचने लगे, थोड़ा सा सोचकर बोले .... अच्छा चलो सुनो .....!!
बरसों पहले की बात है जब धरती पर मनुष्य का जन्म हुआ ही था जिसे आदिम युग कहा जाता है। उस समय में मनुष्य न तो खेती करना जानता था न पशु पालना, बस धरती पे उगे कंद मूल खा कर जीवन यापन करता था या जानवरों का शिकार करके पेट भरना था।
उस समय मनुष्य भी हिसंक जानवरों की तरह लड़ता था।
एक दिन किसी अन्य ग्रह से विचित्र आकृति वाला एक जीव धरती पे अवतरित हुआ। जिसे देखकर सभी मनुष्यों को आश्चर्य हुआ कि ये विचित्र प्राणी कहाँ से आया। उसकी अजब गज़ब वेशभूषा देख कर सभी धरती वासी आश्चर्य में पड़ गए। उसकी भाषा भी बड़ी विचित्र थी। धीरे धीरे उस विचित्र प्राणी ने उन आदिम मानवों से दोस्ती करी, उन्हें खेती करना सिखाया, वर्षा जल को एकत्रित करना सिखाया, वस्त्र बुनना सिखाया और आज जो हम देख रहे हैं मनुष्य चांद पर पहुंच कर मंगल ग्रह पर पहुंचने की तैयारी कर रहा है ... इतने सेटेलाइट, मिसाइलें परमाणु बम और न जाने कैसे कैसे घातक रासायनिक हथियार बना रहा है जो इस धरती का ही सर्वनाश कर सकते हैं । अब तो हजारों किलोमीटर दूर से ही दुश्मन को मार डालने की तकनीक का विकास कर चुका है।"
"दादू वो दूसरे ग्रह का प्राणी अब कहाँ है क्या अब भी हमारी धरती पर आता है, क्या वो आसमान में रहता है ? बताओ ना दादू।"
"अरे बेटा रोहन वो प्राणी जिसे अब एलियन कहते हैं किसी को नहीं पता कहाँ रहता है और कब आता है, आता भी है या नहीं कोई नहीं जानता लेकिन ......."
"लेकिन क्या दादू।"
"लेकिन ये बेटा मनुष्य पहले पत्थरों से लड़ता था आज परमाणु बम से लड़ता है। न जाने ये मनुष्य लड़ना छोड़कर कब प्रेम से रहना सीखेगा और कब इंसान बनेगा।"